राहु दूसरे घर में (Rahu in Second House)

राहु दूसरे घर में (Rahu in Second house)

वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार कुंडली(Kundli) के  दूसरे घर(Second House) में राहु(Rahu) व्यक्ति को धन देता है| वाणी में कोई दोष दे सकता है , हकलाना या द्विअर्थी बातें बोलना या बातों में चोरी करना स्वभाव में आ सकता है । दूसरे घर का राहु(Rahu) भारी मात्रा में अचानक धन दे सकता है खासकर 34 वर्ष की आयु के बाद । दूसरे, चौथे, नवे और 12 वे घर में बैठा राहु(Rahu) व्यक्ति को विदेश में बसने के लिए प्रेरित करता है| लेकिन परिवार और खासकर ससुराल पक्ष से मतभिन्नता बनी रहती है। हालाँकि प्रेम विवाह और शादी के लिए अच्छे पार्टनर की उम्मीद की जा सकती है । यंहा बैठे राहु(Rahu) का सन्देश है कि आपको झुठ और पाखंड से दूर रहना चाहिए , सेक्स संबंधों में सावधानी और वफादारी बरतनी चाहिए| तथा दूसरों के रिसोर्सेज और वित्त संसाधनों पर आश्रित होने के बजाय अपने संसाधन बनाने पर जोर देना चाहिए| नहीं तो आपको अपने संसाधनों और प्रबंधन में मुश्किल आ सकती है ।

वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार कुंडली(Kundli) में दूसरे घर(Second House) से कुटुंब, धन, चेहरा ,पैतृक संपत्ति, दाहिनी आँख, वाणी (बोलने की शक्ति) , फिक्स्ड एसेट्स, खाना पीना आदि का विचार किया जाता है| यहाँ बैठे राहु(Rahu) वाले लोग खर्च करने में सावधानी बरतें , बचत पर ध्यान दें। बड़ा रिस्क लेने से बचें और अपने ज्ञान और ज्ञात स्रोतों के हिसाब से इन्वेस्ट करें । क्योंकि आपके अंदर अचानक धन कमाने और भाग्य पर भरोसा करने की प्रवृत्ति मुश्किल में डाल सकती है । आपके अंदर जुआ खेलने की आदत हो सकती है। इसलिए कई बार देखा गया है कि कमाई गई संपत्ति अचानक खोने का भय भी बना रहता है । आपको किसी का अपमान करने से बचने की सलाह दी जाती है । अक्सर देखा गया है कि यंहा बैठे राहु(Rahu) के प्रभाव से कई लोगों का बचपन बड़े ही संघर्ष और संसाधनों की कमी में गुजरा होता है ।

कुंडली(Kundli) के  दूसरे घर(Second House) में राहु(Rahu) के कारण सख्त नियमों और सामाजिक बंधनों के बीच पले कई लोगों की सामान्य चीजों की मांग भी पूरी नहीं हो पाती| और इन्ही रुकावटों की वजह से पनपी उत्कंठा मौका मिलते ही अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिये अज्ञात में छलांग लगाने की कोशिश करती है |और सभी वर्जनाओं को तोड़कर अपने लक्ष्य को पा लेना चाहते हैं चाहे रास्ता गलत ही क्यों न हो ।यंहा बैठे राहु(Rahu) का सन्देश है कि आप शान्ति और सद्भाव बनाये रखें |अपनी व्याकुलता को अपने ऊपर हावी न होने दें क्योंकि सपनो को पूरा करने और सफलता के लिए भी ये जरुरी है । यंहा बैठा राहु अपनी आर्थिक और अपनी जरूरतों के लिए आश्वस्त होना चाहता है| इसके अलावा वो पुरानी चीजों का भी शौक़ीन हो सकता है| लक्जरी उसका मंत्र हो सकता है |

वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार कुंडली(Kundli) के दूसरे घर(Second House) से धन , वाणी और कुटुंब का भी विचार किया जाता है| लेकिन यंहा बैठे राहु(Rahu) वाले व्यक्ति की मनोदशा बड़ी अजीबोगरीब हो सकती है| और उसकी यही मनोदशा ऐसी भावनाओं को जन्म देती हैं जो शान्ति और सद्भाव को ख़त्म करती है। इसलिए राहु(Rahu) का आपके लिए सन्देश है कि आप सद्भाव बनाये रखें ।आपके अंदर दृढ विश्वास की कमी और अनजान भय से ग्रसित होने की प्रवृत्ति हो सकती हैं , इसी अनजाने भय के कारण आप निकट संबंधों से डर सकते हैं | खासकर भावनात्मक संबंधों से दूरी बना सकते हैं और अपनी सुरक्षा के लिए एक भ्रामक जाल बुन सकते हैं | जबकि ये सारे डर निराधार भी हो सकते हैं। आपको लग सकता है कि आपको लोग इग्नोर कर रहे हैं |दरअसल आप अपने विरोधाभासों के कारण ही दुखी और अलग थलग महसूस करते हैं और यही आपके असंतोष का कारण है ।

कुंडली(Kundli) के दूसरे घर(Second House) में बैठे राहु(Rahu) का सन्देश है कि अपने बनाये जाल और रहस्यों से मुक्ति पाएं और शांति - सद्भाव का व्यवहार करें । प्रेम संबंधों में आप आक्रामक हो सकते हैं| दूसरों पर वर्चस्व पाने के लिए आप शक्ति का प्रयोग कर सकते हैं जिससे नकारात्मकता फैलती है । यंहा बैठे राहु(Rahu) का आपके लिए सन्देश है कि यही सब पाने के लिए और दूसरों के साथ बेहतर सामंजस्य के लिए अपने तरीकों में अपने जीवन मूल्यों में बदलाव लाना होगा नहीं तो परिणाम उलटे हो सकते हैं । दूसरे घर में बैठे राहु(Rahu) वाले लोगों को अपनी क्षमता, प्रतिभा और ज्ञान का सदुपयोग अपने संसाधनों को बढ़ाने और प्रबंधन में करना चाहिए| ताकि आपकी निरंतर सुरक्षा की भावना बनी रहे नहीं तो आपको अशांत होते देर नहीं लगेगी । आप अपनी छवि को लेकर परेशानी महसूस कर सकते हैं| आपको उदासीनता छोड़ देनी चाहिए और कला क्षेत्र पर ख़ास ध्यान देना चाहिए ।

वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार दूसरे घर(Second House) से धन , वाणी और कुटुंब का भी विचार किया जाता है | संक्षेप में यंहा बैठे राहु(Rahu) का सन्देश है कि आपको झुठ और पाखंड से दूर रहना चाहिए| सेक्स संबंधों में सावधानी और वफादारी बरतनी चाहिए| तथा दूसरों के रिसोर्सेज और वित्त संसाधनों पर आश्रित होने के बजाय अपने संसाधन बनाने पर जोर देना चाहिए |नहीं तो आपको अपने संसाधनों और प्रबंधन में मुश्किल आ सकती है । ऐसी नौकरी करें जो स्थिर हों आपको एग्रीकल्चर और पुरातत्व से फायदा मिल सकता है । धैर्य और दृढ विश्वास को बढ़ाएं । सेक्स का आनंद लिया जा सकता है लेकिन कामुकता के लिए शक्ति प्रदर्शन और जूनून ठीक नहीं । याद रखे आपके लिए सफलता का मन्त्र है धैर्य, शान्ति और सद्भाव ।

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