शुभ और अशुभ ग्रह (Good and Bad Planet)

शुभ और अशुभ ग्रह (Good and Bad Planet)

हमारा विषय है GOOD AND BAD PLANET - शुभ और अशुभ ग्रह को कुंडली में कैसे देखें ? कैसे पता चले कि कुंडली में बैठे शुभ और अशुभ ग्रह - GOOD AND BAD PLANET कौन से हैं ? वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार चन्द्रमा, बुध, शुक्र, गुरू को शुभ ग्रह(GOOD PLANET) माना जाता है जबकि सूर्य, मंगल, शनि, राहु, केतु को पापी ग्रह/क्रूर ग्रह माना गया हैं। हर विषय की तरह ज्योतिष में भी मतैक्य नहीं हैं इसलिए चन्द्रमा और बुध को हमेशा शुभ नहीं माना जाता। कुंडली में बुध ग्रह अगर किसी शुभ ग्रह(GOOD PLANET) के साथ बैठा हो तो शुभ अगर पापी ग्रह के साथ हो तो पापी हो जाता हैं। इसी तरह चन्द्रमा पूर्णिमा के पास शुभ और अमावस्या के नजदीक का चन्द्रमा शुभ नहीं माना जाता। लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि सभी पापी ग्रह सदा अशुभ(BAD) परिणाम देते हों ये जरुरी नहीं और सभी शुभ ग्रह अच्छे परिणाम देते हों ये भी कोई नियम नहीं हैं। लेकिन सामान्य नियम यही है कि कोई भी ग्रह(PLANET) अपनी उच्च राशि , मित्र राशि और अपनी राशि में शुभ परिणाम देते हैं। जबकि नीच राशि ,शत्रु राशि में अशुभ(BAD) फल देते हैं। अच्छा या बुरा फल कई बातों पर निर्भर करता हैं। ग्रह(PLANET) किस राशि में बैठा हैं , कौन से घर में बैठा हैं उस पर किन ग्रहों कि दृष्टि हैं इसके अलावा उस ग्रह का बल कितना है।

लेकिन सभी ज्योतिष प्रेमियों को ये समझना चाहिए कि किसी भी ग्रह का उच्च या नीच राशि में होने का मतलब उस ग्रह के बलवान या कमजोर होने से हैं न कि उस ग्रह के शुभ(good) या अशुभ(bad) होने से। किसी भी ग्रह(planet) के अपनी उच्च या नीच की राशि में स्थित होने का संबंध केवल उसके बलवान या बलहीन होने से होता है न कि उसके शुभ या अशुभ होने से। ग्रह का उच्च या नीच राशि में होने का प्रभाव उस ग्रह के बल पर पड़ता हैं उससे ग्रह का स्वभाव नहीं बदलता। सभी ज्योतिष प्रेमियों को राशियों और ग्रहों के स्वभाव के बारे में विस्तार से जानकारी होना बहुत जरुरी है इसके अलावा लगातार रिसर्च की भी जरुरत है। कुंडली में ग्रहों , राशियों और घरों(भावों) की विस्तृत जानकारी और अनुभव के बाद अपने विवेक और अंतर्मन में गहरे से गहरे उतरते जाना और अंतस के सूक्ष्म संकेतों को पकड़ना ही ज्योतिष में सटीक फलादेश करने की पहली सीढ़ी है।

शुभ और अशुभ ग्रह - GOOD AND BAD PLANET का और विश्लेषण करें तो मेरे अनुभव में कई बार आया हैं कि कुंडली में उच्च का ग्रह बहुत अशुभ(Bad) परिणाम दे रहा होता है इसका कारण होता है उस ग्रह का बलवान होना और अशुभ होने के दूसरे कारण होते है जबकि व्यक्ति या ज्योतिषी कुंडली के दूसरे ग्रहों को दोष दे रहे होते है। मैंने बहुत सी कुंडलियां देखी है जिनमे नीच का ग्रह(Planet) अपने स्वभाव से अच्छे फल दे रहा होता है, हाँ इतना जरूर है कि बलहीन होने से उतना फायदा नहीं मिल पाता । लेकिन ऐसे ग्रहों का प्रत्येक ग्रह से सम्बंधित मानसिक और शारीरिक क्रियाओं और सही उपाय से परिणाम और अच्छे किये जा सकते है।

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