मंगल ग्यारहवें घर में(Mars In Eleventh House)
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- On August 24, 2020
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मंगल ग्यारहवें घर में(Mars In Eleventh House)
वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार कुंडली(Kundli) के ग्यारहवें घर(Eleventh House) से आय, आय के साधन , धन ऐश्वर्य , बड़ा भाई बहन, शुभ समाचार का विचार किया जाता है | आप अपना धन कैसे बनाएंगे , कितना बनाएंगे , आपकी इच्छाएं, आपकी आशाएं इसी घर से देखी जाती है। धन के मामले में बहुत ही महत्वपूर्ण घर कह सकते है। वंही वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार मंगल(Mars) ग्रह(Grah) ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है इसलिए कुंडली(Kundli) में ग्यारहवें घर(Eleventh House) में बैठा मंगल(Mars) ग्रह(Grah) बड़े परिणाम देने की क्षमता रखता है। ग्यारहवां घर दोस्तों, सोशल सर्कल का भी कारक है | आपका दायरा कितना बड़ा होगा आपकी इच्छाओं की दिशा क्या होगी ये सब भी इसी घर से तय होता है| इसलिए यहां बैठा मंगल(Mars) भविष्य की आशाओं को नयी ऊंचाई दे सकता है | उसमे नए पंख लगा सकता है| दूसरे ग्रहों का साथ मिल रहा हो तो निश्चित ही ये अवस्था बहुत ही लाभकारी और धनवान बनाने की क्षमता रखती है।
वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार कुंडली(Kundli) के ग्यारहवें घर(Eleventh House) में बैठा बलवान मंगल(Mars) ग्रह(Grah) व्यक्ति को महत्वाकांक्षी बनाता है| चूँकि मंगल जबरदस्त ऊर्जा का स्रोत है| इसलिए ऐसे व्यक्ति हमेशा आगे रहने को बेचैन रह सकते है वो एक जगह टिक कर नहीं बैठ सकते| कम्पटीशन में सफलता मिलती है वो रोमांचित रहना पसंद करते है| उत्साह और चुनौतियाँ उन्हें पसंद है। ऐसे लोग उम्र में बेशक बड़े हो जाएँ लेकिन अपने भीतर के बच्चे को कभी अलग नहीं करते और यही इन लोगों की सफलता का राज भी है। सनसनीखेज और सस्पेंस से भरपूर घटनाओं और चीजों की तरफ आकर्षित रह सकते हैं| इसलिए सेना,पुलिस और खेल जगत के अलावा मनोरंजन और गुप्तचर विभाग इनके पसंदीदा क्षेत्र हो सकते हैं। मंगल(Mars) ग्रह(Grah) जिस राशि(Rashi) में बैठा हो उससे सम्बंधित चीजों के कारोबार से लाभ कमा सकता है।
कुंडली(Kundli) के ग्यारहवें घर(Eleventh House) में मंगल(Mars) ग्रह(Grah) बैठा हो तो ऐसे लोग अनजानी शंका और भ्र्म का शिकार हो सकते हैं। ऐसे व्यक्ति किसी की अधीनता स्वीकार नहीं कर पाते| अगर किसी के अधीन कार्य करना पड़े तो हमेशा बेचैन रहते हैं या दूसरे विकल्प की तलाश में लग जाते हैं | घुटन महसूस कर सकते हैं। महत्वाकांक्षा के चलते ऐसे लोगों की समाज में एक अहंकारी की छवि बन सकती है। ऐसे लोगों के धन के स्रोत आसानी से बन जाते हैं | शिक्षा अच्छी तरह पूरी होती है और बच्चों के प्रति भी निश्चिन्त रहता है |एक अच्छा शिक्षक बन सकता है। दुश्मनों और रोगों को हराने वाला होता है।
वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार कुंडली(Kundli) के ग्यारहवें घर(Eleventh House) में बैठा कमजोर मंगल(Mars) ग्रह(Grah) व्यक्ति को बुरी संगत दे सकता है | भय और भ्र्म का शिकार हो सकता है |किसी बंधन में हो सकता है| ऐसा मंगल(Mars) कमजोर इच्छाशक्ति दे सकता है| हमेशा निराश रहने वाला हो सकता है| पलायनवादी हो सकता है हमेशा गुलामी महसूस कर सकता है |धन के नष्ट होने का खतरा मन मे बना रह सकता है| परिवार और कुटुंब से विवाद हो सकता है । बात बात पर झगड़ा करने वाला हो सकता है। शिक्षा में बाधा डाल सकता है और बच्चों के लिए चिंतित हो सकता है। रोगों और दुश्मनों से परेशान रह सकता है। आपको पित् विकार, गर्मी, रक्तचाप, पेट , वस्ति व गुप्तांगो में रोग या गुर्दा रोग होने का खतरा हो सकता है।