सूर्य और बुध छठे घर में – Sun and Mercury in Sixth House

सूर्य और बुध छठे घर में - Sun and Mercury in Sixth House

हमारा विषय है : सूर्य और बुध छठे घर में - Sun and Mercury in Sixth House हों तो क्या परिणाम मिलते हैं - वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस भाव से क़र्ज़, दुश्मन, रोग, लड़ाई-झगड़ा , अपमान, पाप, दुष्ट कर्म, मामा, नौकरी, नाभि का विचार किया जाता है | इसे त्रिक भी कहा जाता है |

कुंडली में सूर्य ग्रह को ऊर्जा, पिता, आत्मा का कारक माना जाता है। इसके अलावा कुंडली में व्यक्तित्व ,पिता,वैद,प्रतिष्ठा , सोना, ताम्बा ,युद्ध में विजय, सुख, राजसेवक, ताक़त,देवस्थान, जंगल,पहाड़, पित्त प्रकृति आदि का विचार सूर्य से किया जाता है |सूर्य से रक्त, पित विकार, अतिसार, पेट की बीमारी ,सिर दर्द, नेत्र रोग, ज्वर, ह्रदय रोग आदि का विचार किया जाता है | सूर्य हमारे अहंकार, सम्मान, प्रसिद्धि और शक्ति का सूचक है। सूर्य ग्रह अग्नि तत्व, पुरुष जाती, पूर्व दिशा का स्वामी, स्वभाव से प्रचंड और दिन में बलि होता है |वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुंडली में सूर्य मेष राशि में 10 अंश तक उच्च और तुला राशि में नीच का होता है | सूर्य का रत्न माणिक्य होता है |

वहीँ बुध ग्रह से गणित, संपादन, प्रकाशन, खेल,ज्योतिष, कानून, व्यवसाय, लेखन कार्य, अध्यापन, वात, पित, कफ , कला, निपुणता, सत्य वचन, शिल्पकला, मीडिया, मित्र, हरे रंग का विचार किया जाता है | बुध ग्रह से शरीर की स्नायु तंत्र प्रक्रिया, अस्थमा, गूंगापन, मतिभ्रम, नाड़ी कंपन, चर्मरोग,दिमाग, फेंफडे, जीभ, बुद्धि, वाणी का विचार किया जाता है | बुध ग्रह को तर्क शक्ति, संचार और मित्र का कारक भी माना गया है। बुध ग्रह को स्पष्टवक्ता, रजोगुणी, पृथ्वी तत्व, नपुंसक ग्रह माना गया है | ये पापी ग्रहों के साथ पापी एवं शुभ ग्रहों के साथ शुभ फल देता है। बुध कन्या राशि में उच्च तथा मीन राशि में नीच माना गया है साथ ही साथ बुद्धि, मित्र सुख और चतुर्थ भाव का कारक भी होता है । इसके अलावा यह उत्तर दिशा , कन्या एवं मिथुन राशियों का स्वामी होता है |

कुंडली में सूर्य और बुध इकट्ठे बैठे हों तो इस युति को बुधादित्य योग भी कहा जाता है।कुंडली में सूर्य और बुध छठे घर में - Sun and Mercury in Sixth House बलवान सूर्य और बुध होने का मतलब है दुश्मनों और रोगों का नाश , यंहा बलवान बुधादित्य योग व्यक्ति को अच्छी विश्लेषण क्षमता दे सकता है और अच्छा मैनेजर बनाता है। ऐसे लोगों की रूचि एकाउंट्स और फाइनेंस में हो सकती है। छठा घर सेवा का घर है , नौकरी का घर है जिसे हम सर्विस भी कहते हैं। मूल रूप से देखा जाये तो सेवा का मतलब होता है दूसरों के लिए कुछ करना । सूर्य के प्रकाश से ही सब प्रकाशित हैं और बुध ग्रह को तठस्थ ग्रह माना गया है। इसलिए छठे घर और बुधादित्य योग के इस कारकत्व में गजब की समानता है जिसे हम कुंडलियों में उसके प्रभाव को लगातार देखते भी हैं। ऐसा व्यक्ति अपने काम में डूब जाता है। व्यक्ति सीखने पर फोकस करता है।ऐसा व्यक्ति अपने छिपे हुए दुश्मनों को भी पहचानने की क्षमता रखता है। कई बार व्यक्ति का रुझान ध्यान, योग आदि विद्याओं की तरफ भी जा सकता है व्यक्ति को उन्नति और सफलता देता है।

कुंडली में सूर्य और बुध छठे घर में - Sun and Mercury in Sixth House बलवान होकर बैठे हों तो ये बुधादित्य योग व्यक्ति को बहुत व्यवस्था से काम करने वाला बना सकता है। हर चीज में हर जगह ऐसा व्यक्ति व्यवस्था चाहता है। ऐसे लोग बहुत अच्छे प्रशासक या मैनेजर हो सकते हैं।ऐसे व्यक्ति बुद्धिमत्तापूर्ण निर्णय लेने में सक्षम हो सकते हैं। ऐसे लोग अक्सर बहुत सारी यात्राएं करते हैं जिनमे विदेश यात्रा भी शामिल है। विदेशों से ज्ञान का आदान प्रदान हो सकता है, पेशा कोई भी हो । अगर अध्यात्म में रूचि हो तो धर्म और उससे जुडी किताबों का लगातार अध्ययन करने वाले हो सकते हैं, अपनी विश्लेषण क्षमता से छिपे हुए गूढ़ रहस्यों को उजागर कर सकते हैं , किसी नए सूत्र को तलाश सकते हैं । खेलों में रूचि हो , खासकर बौद्धिक स्तर के खेलों में तो उसमे जबरदस्त प्रदर्शन कर सकते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में भी ऐसे लोग अपना नाम कमा सकते हैं।

कुंडली में सूर्य और बुध छठे घर में - Sun and Mercury in Sixth House बलवान होकर बैठे हों तो ऐसे व्यक्ति अच्छे डॉक्टर हो सकते हैं, अच्छे सामजिक कार्यकर्ता हो सकते हैं, समाजसेवी हो सकते हैं , एक अच्छा राजनेता बन सकता है। सरकारी तंत्र में अच्छे पद पर हो सकता है। एक अच्छा मोटिवेशनल गुरु हो सकता है एक अच्छा शिक्षक हो सकता है। दूसरे ग्रहों का साथ मिल रहा हो तो छठे घर में बुधादित्य योग व्यक्ति को एक अच्छा ऑरेटर या वकील बना सकता है। सामाजिक कामों में रूचि हो और दूसरे ग्रहों का साथ भी मिल रहा हो तो ऐसे व्यक्ति नामी समाजसेवी बन सकते हैं। ऐसे लोग जरूरतमंदों की मदद करते हैं। ऐसे लोगों के पीछे और इनका साथ पाने के लिए राजनितिक और दूसरे सामाजिक संगठन लगे रहते हैं।

Sun and Mercury in Sixth House - कुंडली के छठे घर में सूर्य और बुध बलवान होकर बैठे हो तो व्यक्ति सबसे पहले ये देखता है या ध्यान रखता है कि उसके काम की, उसके व्यवहार की, उसकी भावनाओं की, उसके विचारों की पहचान हो रही है या नहीं उसकी प्रशंसा हो रही है या नहीं बाकी सभी बातें गौण हो जाती हैं इसलिए लोगों की नज़रों में ऐसा व्यक्ति अहंकारी हो जाता है हालाँकि ऐसे लोग समाज के लिए सामूहिक हित के कई काम करते हैं और पीड़ित लोगों की सहायता के लिए भी आगे रहते हैं।छठे घर में बुधादित्य योग व्यक्ति को अपनी छिपी हुई प्रतिभा को दिखाने और उसे विकसित करने का मौका देता है। व्यक्ति को कर्म करने की तरफ बढ़ावा देता है, मेहनती बनाता है।

Sun and Mercury in Sixth House - कुंडली के छठे घर में सूर्य और बुध की स्थिति अगर कमजोर हो तो इसके कुछ नकारात्मक परिणाम भी मिल सकते हैं। ऐसे लोग कर्ज़दार हो सकते हैं , पेट से नीचे के भाग में कोई रोग हो सकता है पित्त या चमड़ी से सम्बंधित रोगों का शिकार हो सकते हैं अनचाही दुश्मनी को मोल ले सकते हैं या दुश्मन उन्हें परेशान कर सकते हैं। ऐसा व्यक्ति किसी पापकर्म में लगा हो सकता है या समाज में अपमानित हो सकता है। ऐसा व्यक्ति बात बात पर झगड़ा करने वाला हो सकता है। नौकरी में सहकर्मियों से वाद विवाद बना रह सकता है। ऐसे लोग समाजसेवा का आडम्बर कर सकते हैं। झूठ इनके व्यक्तित्व का हिस्सा हो सकती है। सेवा के नाम पर लोगों से ठगी कर सकते हैं। धर्म या सेवा की आड़ में कोई समाजविरोधी काम कर सकते हैं। किसी पाप कर्म में लिप्त हो सकते हैं। लोगों के एकाउंट्स से ठगी कर सकते हैं , नकली कागजों के सहारे कोई बेईमानी कर सकते हैं। नकली चीजें , नकली कारोबार या नकली कंपनी के नाम पर लोगों से पैसा ऐंठ सकते हैं। इनका मूल स्वभाव आडम्बर और झूठ हो सकता है। ऐसे लोग किसी अनजाने भय से ग्रस्त रह सकते हैं। अधीरता और बेचैनी हो सकती है।

बुधादित्य योग के सकारात्मक परिणाम तभी मिलते हैं जब कुंडली में दूसरे ग्रहों का साथ मिल रहा हो।बुधादित्य योग के नकारात्मक परिणाम भी तभी मिलते हैं जब कुंडली में दूसरे ग्रहों का साथ नहीं मिल रहा हो। सूर्य और बुध ग्रह से सम्बंधित मानसिक बदलावों और उपायों से इसके नेगेटिव इफेक्ट्स को कम किया जा सकता है।

अकेले बुधादित्य योग के आधार पर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए , उसके लिए पूरी कुंडली का विश्लेषण जरुरी है |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »