सूर्य और बुध दसवें घर में-Sun and Mercury in Tenth House
- By admin
- Posted in Planetry Conjunctions
- On May 4, 2021
- No Comments.
सूर्य और बुध दसवें घर में-Sun and Mercury in Tenth House
हमारा विषय है : सूर्य और बुध दसवें घर में - Sun and Mercury in Tenth House हों तो क्या परिणाम हो सकते हैं -वैदिक ज्योतिष के अनुसार दसवें घर को कर्म स्थान भी कहा जाता है | जय, यश, इज्जत, जीवन यापन का क्षेत्र , रुचियाँ , आचार, हुकूमत का विचार दसवें घर से किया जाता है | इसे केंद्र स्थान भी कहा जाता है |
कुंडली में सूर्य ग्रह को ऊर्जा, पिता, आत्मा का कारक माना जाता है। इसके अलावा कुंडली में व्यक्तित्व ,पिता,वैद,प्रतिष्ठा , सोना, ताम्बा ,युद्ध में विजय, सुख, राजसेवक, ताक़त,देवस्थान, जंगल,पहाड़, पित्त प्रकृति आदि का विचार सूर्य से किया जाता है |सूर्य हमारे अहंकार, सम्मान, प्रसिद्धि और शक्ति का सूचक है। सांसारिक मामलों में सफलता ,क्रियाशीलता, महत्वाकांक्षा आदि का प्रतिनिधित्व भी सूर्य देव ही करते हैं। सूर्य हमें जीवनी शक्ति के साथ साथ प्रतिरोधक क्षमता भी देता है। सूर्य ग्रह से चिकित्सा का ज्ञान मिलता है। हमारी रीढ़ विशेष रूप से सूर्य से प्रभावित है जिसके दोनों तरफ इड़ा(चंद्र) और पिंगला(सूर्य) नाड़ी है । चन्द्रमा , मंगल और बृहस्पति इसके प्राकृतिक मित्र ग्रह हैं। जातक की कुंडली में जब सूर्य की स्थिति मजबूत होती है तो उसे बहुत से फायदे मिलते हैं। उसे अच्छी नौकरी, सम्मान और उच्च पद प्राप्त होता है। वह जन्मजात लीडर होता है । सूर्य ग्रह अग्नि तत्व, पुरुष जाती, पूर्व दिशा का स्वामी, स्वभाव से प्रचंड और दिन में बलि होता है |वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुंडली में सूर्य मेष राशि में 10 अंश तक उच्च और तुला राशि में नीच का होता है | सूर्य को मेष,सिंह,मीन और धनु राशियों में अच्छा माना जाता है इसके अलावा कर्क और वृश्चिक राशियों में भी सूर्य के सकारात्मक परिणाम मिलते हैं । सूर्य का रत्न माणिक्य होता है | सूर्य से रक्त, पित विकार, अतिसार, पेट की बीमारी ,सिर दर्द, नेत्र रोग, ज्वर, ह्रदय रोग आदि का विचार किया जाता है |
वहीँ बुध ग्रह से गणित, संपादन, प्रकाशन, खेल,ज्योतिष, कानून, व्यवसाय, लेखन कार्य, अध्यापन, वात, पित, कफ , कला, निपुणता, सत्य वचन, शिल्पकला, मीडिया, मित्र, हरे रंग का विचार किया जाता है | बुध कन्या राशि में उच्च तथा मीन राशि में नीच माना गया है साथ ही साथ बुद्धि, मित्र सुख और चतुर्थ भाव का कारक भी होता है । बुध ग्रह पारे की तरह होता है इसलिए इन्हें समझना थोड़ा मुश्किल होता है , क्योंकि ये एक क्षण में गुस्सा करते हैं और दूसरे पल शांत हो जाते हैं | बुध ग्रह को स्पष्टवक्ता, रजोगुणी, पृथ्वी तत्व, नपुंसक ग्रह माना गया है | ये पापी ग्रहों के साथ पापी एवं शुभ ग्रहों के साथ शुभ फल देता है इसके अलावा यह उत्तर दिशा , कन्या एवं मिथुन राशियों का स्वामी होता है | बुध ग्रह से शरीर की स्नायु तंत्र प्रक्रिया, अस्थमा, गूंगापन, मतिभ्रम, नाड़ी कंपन, चर्मरोग,दिमाग, फेंफडे, जीभ, बुद्धि, वाणी का विचार किया जाता है | बुध ग्रह को तर्क शक्ति, संचार और मित्र का कारक माना गया है।
कुंडली में सूर्य और बुध की युति से बनने वाले योग को बुधादित्य योग भी कहा जाता है। कुंडली में सूर्य और बुध दसवें घर में - Sun and Mercury in Tenth House अगर बलवान होकर बैठे हों तो व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में उच्च पद पर पहुंच सकता है। ऐसे लोगों का समाज से संपर्क बहुत गहन हो सकता है। ऐसे व्यक्ति समाज में जबरदस्त योगदान करते हैं। नौकरी में, राजनीति में ,तकनीकी क्षेत्र में या संचार के क्षेत्र में सफलता अर्जित कर सकते है।अपनी तीक्ष्ण और सूक्ष्म बुद्धि के चलते ऐसे लोग कर्म और उसके पीछे छिपे रहस्य के बारे में सोचते रह सकते हैं। दसवें घर का बलवान बुधादित्य योग व्यक्ति की महत्वाकांक्षाओं को विस्तार देता है इसलिए ऐसा व्यक्ति नेतृत्व करने में आगे रहता है। सार्वजनिक कामों में हिस्सा ले सकता है , रिसर्च के कामों में रूचि ले सकता है , एक अच्छा शिक्षक या मोटिवेशनल गुरु बन सकता है। राजनीति के शिखर पर जा सकता है क्योंकि इनकी कार्यशैली बहुत ही कमाल की होती है और लोगों को प्रभावित करती है , लोग इनकी तरफ खींचे चले आते हैं। सरकार का हिस्सा बन सकते हैं या एडमिनिस्ट्रेशन में उच्च पद की शोभा बन सकते हैं। अगर प्राइवेट क्षेत्र मे हैं तो सीईओ जैसे पद तक पहुँच जाते हैं। ऐसे लोग जनता की नब्ज को पहचानने वाले होते हैं और अक्सर कानून के जानकार भी। दूसरे ग्रहों का साथ मिल रहा हो तो किसी तकनीकी क्षेत्र में भी सफल हो सकते हैं। ऐसे लोगों के पास धन संपत्ति की कमी नहीं रहती। अच्छा वाहन और अच्छा मकान होता है। ऐसे लोग कला या मीडिया के क्षेत्र में भी सफलता पा सकते हैं।
कुंडली में सूर्य और बुध दसवें घर में - Sun and Mercury in Tenth House अगर बलवान होकर बैठे हों तो व्यक्ति की मिलनसार और मृदुभाषी की छवि बना सकता है। दसवां घर अकेले कर्म का स्थान नहीं है आप जितनी गहराई में जायेंगे तो पता चलेगा ये उससे कहीं और भी विस्तार लिए हुए है। ये घर दूसरे लोगों की हमारे प्रति धारणा का भी घर है। एक नजरिया हमारा होता है कि हम लोगों के सामने अपने आपको कैसे प्रस्तुत करते हैं , लेकिन दूसरा नजरिया लोगों का भी होता है कि वो हमें किस तरह देख रहे हैं किस तरह समझ रहे हैं उनकी नजरों में हमारी छवि क्या है। इसलिए यहां बलवान बुधादित्य योग व्यक्ति की मिलनसार और मृदुभाषी की छवि बना सकता है। अपनी भाषण कला से लोगों को मंत्रमुग्ध कर सकते हैं। किसी सरकारी पद पर हो सकते हैं। अगर कारोबारी हैं तो अपने व्यवहार से लोगों को अपने साथ जोड़ सकते हैं। अपने सोशल नेटवर्क से कारोबार में फायदा ले सकते हैं। फाइनेंस या गणित से जुड़े कामों से सफलता मिल सकती है।
कुंडली में सूर्य और बुध दसवें घर में - Sun and Mercury in Tenth House अगर कमजोर होकर बैठे हों तो ऐसे लोगों की छवि एक पाखंडी व्यक्ति की हो सकती है किसी आडम्बर से घिरे हो सकते हैं। ऐसे लोगों की रूचि सफलता के लिए शॉर्टकट ढूंढ़ने में हो सकती है। जीवनयापन के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है। राज्य सरकार से टैक्स आदि की वजह से परेशानी हो सकती है। निराशावाद घेर सकता है। आलस का शिकार हो सकते हैं।नौकरी के लिए जगह जगह भटकना पड़ सकता है या बार बार नौकरी बदल सकता है। नौकरी में असंतुष्टता बनी रह सकती है या कोई आरोप लग सकता है। सहकर्मियों के साथ वाद विवाद हो सकता है। कठिन परिश्रम के बावजूद काम का श्रेय दूसरे लोग ले जा सकते हैं। अपमानित होना पड़ सकता है। माता का स्वास्थ्य ख़राब रह सकता है।
बुधादित्य योग के सकारात्मक परिणाम तभी मिलते हैं जब कुंडली में दूसरे ग्रहों का साथ मिल रहा हो।बुधादित्य योग के नकारात्मक परिणाम भी तभी मिलते हैं जब कुंडली में दूसरे ग्रहों का साथ नहीं मिल रहा हो। सूर्य और बुध ग्रह से सम्बंधित मानसिक बदलावों और उपायों से इसके नेगेटिव इफेक्ट्स को कम किया जा सकता है।
अकेले बुधादित्य योग के आधार पर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए , उसके लिए पूरी कुंडली का विश्लेषण जरुरी है |