सूर्य आठवें घर में (Sun in Eighth House)

सूर्य आठवें घर में (Sun in Eighth House)

वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार आठवें घर(Eighth House) से मानसिक बीमारी , आयु, मृत्यु, गुप्त ज्ञान , क्लेश , बदनामी, खनन , पत्नी का धन, ससुराल, दुर्घटना , गुदा , गुप्त विद्या आदि का विचार किया जाता है | वहीँ सूर्य(Sun) ग्रह(Grah) को ऊर्जा, पिता, आत्मा का कारक माना जाता है। सभी ग्रहों का राजा भी सूर्य(Sun) है। व्यक्तित्व, पिता, वैद, प्रतिष्ठा, सोना, ताम्बा, युद्ध में विजय, सुख, राजसेवक, ताक़त, देवस्थान, जंगल, पहाड़, पित्त प्रकृति आदि का विचार भी सूर्य(Sun) से किया जाता है । सूर्य(Sun) के प्रकाश से ही सब प्रकाशित है | सूर्य(Sun) की रौशनी जब आठवें घर(Eighth House) पर पड़ती है तो गहरे अन्धकार में छिपी हुई गुप्त चीजें भी नजर आ जाती हैं इसलिए यहां सूर्य(Sun) का बलवान होना जरुरी है नहीं तो नुक्सान की संभावना बहुत ज्यादा हो सकती है या फिर बृहस्पति आदि ग्रहों की शुभ दृष्टि सूर्य(Sun) पर होनी बहुत जरुरी है। चूँकि आठवें घर(Eighth House) को ज्योतिष में गूढ़,गुप्त और अप्रत्यासित परिणामों के लिए जाना जाता है, इस घर का रहस्य बहुत गहरा होता है , इसलिए ये घर बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है और इसमें बैठा कोई भी ग्रह(Grah) और भी महत्वपूर्ण बन जाता है , यहां बैठे सूर्य(Sun) का विश्लेषण चुनौतीपूर्ण बन जाता है इसलिए सावधानी जरुरी है। कुंडली(Kundli) में आठवें घर(Eighth House) में बैठा बलवान सूर्य(Sun) जीवन के गहरे रहस्यों को समझने में मदद कर सकता है और एक अनूठी क्षमता दे सकता है ,ऐसे व्यक्तियों की अध्यात्म और ज्ञान से जुड़े हुए सारे विषयों में रूचि हो सकती है और नयी विधाओं को सीखने की क्षमता हो सकती है ऐसे लोग रिसर्च स्कॉलर हो सकते हैं, अच्छे वकील या शिक्षक हो सकते हैं ,वैज्ञानिक हो सकते हैं बहुत बड़े चिकित्सक हो सकते हैं, खासकर सफल सर्जन बन सकते हैं , गुप्तचर विभाग में उच्च पद पा सकते हैं ,खनन विभाग में या खनन से जुड़े हुए कारोबार में सफलता पा सकते हैं , कोई धातु विशेषज्ञ हो सकते हैं - क्योंकि इस घर की मूल प्रवृत्ति गहराई में छिपी हुई चीजों को जानने की है उनको समझने की है , नए नए रहस्यों को उजागर करने के लिए प्रेरित करने की है। व्यक्ति योग और ध्यान के माध्यम से नयी ऊंचाइयों को पा सकता है, आत्मविकास और गूढ़ विज्ञान को समझने के प्रयास में लगा हो सकता है। आयुर्वेद या ऑलटरनैट थेरेपी का जानकार हो सकता है । ऐसे व्यक्ति मनोविज्ञान में रूचि ले सकते हैं और अच्छे मनोवैज्ञानिक बन सकते हैं, मनोचिकित्सक बन सकते हैं । उनकी सोच में गहराई होती है। ऐसे लोगों को विरासत में धन मिल सकता है। कुंडली(Kundli) में बैठे हुए सूर्य(Sun) के नकारात्मक परिणामों की बात करें तो पिता पुत्र में वाद विवाद बना रह सकता है ,पत्नी तथा ससुराल पक्ष से परेशानी हो सकती है किसी कर्ज के कारण परेशानी हो सकती है। जीवन में अकेलेपन का एहसास हो सकता है। सर दर्द या मानसिक रूप से परेशान रह सकता है। बार बार बीमारी , हड्डियों से सम्बंधित परेशानी या बार बार मृत्यु तुल्य कष्ट उठाना पड़ सकता है, विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है । स्वभाव में जिद्दीपन हो सकता है। सरकार से परेशानी हो सकती है। अगर नौकरी में है तो अधिकारीयों से एवं सहकर्मियों से विवाद या परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हालाँकि ऐसे लोग काफी स्वतंत्र विचारों के होते हैं और सोच भी परंपरा से अलग हो सकती है क्योंकि आठवें घर(Eighth House) और सूर्य(Sun) के स्वभाव का असर तो रहेगा ही। ऐसे लोगों की जीवन के कई मोड़ पर बार बार परीक्षा होती है , लेकिन समय के साथ ऐसे लोग संकटों को अपने जीवन का हिस्सा बना लेते हैं। सूर्य(Sun) के सभी नकारात्मक परिणाम तभी मिल सकते हैं जब दूसरे ग्रहों का बिलकुल भी साथ नहीं मिल रहा हो और ऐसा होना बहुत मुश्किल होता है। कुंडली(Kundli) में सूर्य(Sun) के बलवान होने से व्यक्ति में उत्साह बना रहता है उसका उत्थान होता रहता है, उसे अच्छी नौकरी, सम्मान और उच्च पद प्राप्त होता है। वह जन्मजात लीडर होता है । सूर्य(Sun) अग्नि तत्व, पुरुष जाति, पूर्व दिशा का स्वामी, स्वभाव से प्रचंड और दिन में बलि होता है सूर्य(Sun) मेष राशि(Rashi) में 10 अंश तक उच्च और तुला राशि(Rashi) में नीच का होता है | सूर्य(Sun) का रत्न माणिक्य होता है| सूर्य(Sun) से रक्त, पित विकार, अतिसार, पेट की बीमारी, सिर दर्द, नेत्र रोग, ज्वर, ह्रदय रोग आदि का विचार किया जाता है |

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