शुक्र ग्यारहवें घर में (Venus in Eleventh House)

शुक्र ग्यारहवें घर में (Venus in Eleventh House)

शुक्र ग्यारहवें घर में (Venus in Eleventh House) बैठा हो तो उसके क्या परिणाम मिल सकते हैं, लेकिन आगे बढ़ने से पहले ग्यारहवें घर और शुक्र ग्रह के बारे में जानकारी लेना जरुरी है।वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार कुंडली(Kundli) के ग्यारहवें घर(Eleventh House) से आमदनी, धन ऐश्वर्या , बड़ा भाई बहन, शुभ समाचार आदि का विचार किया जाता है | आज के दौर की बात करें तो व्यक्ति के संपर्क , पब्लिक रिलेशन को भी इसी घर से देखा जाता है। वहीँ प्रेम, रोमांस, ऐश्वर्य, विलासिता, कामवासना, भौतिक सुख साधन का विचार शुक्र से किया जाता है , वह प्रेमी और रोमांस करने वाला होता है। बुद्ध के बाद सौरमंडल में सूर्य के नजदीक रहने वाला ग्रह शुक्र ही है | वृष एवं तुला राशियों का स्वामी होता है | प्रेम – प्रसंग, सौंदर्य एवं आकर्षण का प्रतीक शुक्र को माना गया है ये शुभ ग्रह, जल तत्व, अग्नि कोण दिशा का स्वामी है | संगीत, गायन, चित्रकला, सौंदर्य श्रृंगार, कवि, कला, विवाह – सुख, व्यापार, वाहन सुख,मंत्री, वैभव, सुगंध, घर, मकान, तथा मैथुन का विचार भी शुक्र से किया जाता है|

वैदिक ज्योतिष(Vedic Astrology) के अनुसार कुंडली(Kundli) में शुक्र ग्यारहवें घर में(Venus in Eleventh House) बलवान होकर बैठा हो तो ये स्थान बहुत ही अच्छा माना जा सकता है। यहां बैठे शुक्र(Venus) के कारण व्यक्ति को धन, संपत्ति और ऐश्वर्य के साधन आसानी से मिल सकते हैं। ग्यारहवां घर(Eleventh House) हमारी इच्छाओं और सोशल नेटवर्किंग का घर भी है। ऐसे लोग समाज में लोगों के साथ सम्बन्ध बनाना भी जानते हैं और उन्हें भुनाना भी। यहां बैठा शुक्र अद्वितीय बन जाता है। अपने स्वाभाविक गुणों को दिखाने का मौका मिलता है। ऐसे लोग गुणवत्ता में भरोसा करने वाले हो सकते हैं इसलिए अच्छा खाना अच्छा दिखना और अच्छे दोस्त बनाना इनका शगल हो सकता है। ऐसे लोग अपने लक्ष्य को आगे रखते हैं और अपने उद्देश्यों को पूरा करने के जोड़ तोड़ में लगे रहते हैं। सोशल नेटवर्किंग में माहिर ऐसे लोग कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हो सकते हैं।

कुंडली में शुक्र ग्यारहवें घर में(Venus in Eleventh House) हो और उसका विश्लेषण करें तो ऐसे व्यक्ति राजनीति में भी सफल रह सकते हैं क्योंकि यहां से शुक्र पांचवें घर को देख रहा होता है। ऐसे व्यक्ति भीड़ को आकर्षित कर सकते हैं। संगीत , कला चित्रकारी और दूसरे रचनात्त्मक कामों में रूचि हो सकती है। दूसरे ग्रहों का साथ मिल रहा हो तो कला के क्षेत्र में सफल रहते हैं। एक नई ऊंचाई को छू सकते हैं। ग्यारहवें घर और बलवान शुक्र का संगम व्यक्ति को विशेष निपुणता दे सकता है। ऐसे लोग अपने आपको दूसरे लोगों से बहुत बेहतर मान सकते हैं और इसी सोच के कारण इनमे अहंकार की भावना हो सकती है। अलग अलग संस्कृतियों में रूचि हो सकती है, अक्सर देखा गया है कि दूसरे ग्रहों का साथ भी मिल रहा हो तो जीवन साथी का चुनाव भी अलग संस्कृति से हो सकता है ।

कुंडली(Kundli) के ग्यारहवें घर(Eleventh House) में कमजोर शुक्र(Venus) के अशुभ परिणामों की बात करें तो आमदनी में रुकावट आ सकती है। भीड़ भाड़ से दूर रहने की आदत हो सकती है। लोगों से मेल मिलाप में कठिनाई आ सकती है।भावनाओं में बहकर निर्णय लेने की आदत हो सकती है। प्रेम संबंधों में निराशा हाथ लग सकती है।पिंडलियों की किसी समस्या से जूझना पड़ सकता है। पेट की किसी बीमारी से परेशानी हो सकती है। शुक्र ग्रह से अंडाशय, गुर्दा, मुत्राशय संबंधी रोग, धात – प्रेमह, शुगर, पथरी एवं स्त्री रोगों आदि का विचार भी किया जाता है | जिस जातक की कुंडली में शुक्र ग्रह अच्छा होता है वह भौतिक सुख साधनो से संपन्न होता है।

शुक्र(Venus) ग्रह(Grah) स्त्री, वाहन, काम, वीर्य, सुख, वासना, आभूषण, चाँदी आदि का कारक ग्रह है । मनोरंजन और सिनेमा जगत का कारक भी शुक्र ग्रह है | शुक्र ग्रह के नेगेटिव रिजल्ट्स तभी मिलते हैं जब कुंडली में दूसरे ग्रहों का साथ नहीं मिल रहा हो। शुक्र ग्रह के पॉजिटिव रिजल्ट्स भी तभी मिलते हैं जब कुंडली(Kundli) में दूसरे ग्रहों का साथ मिल रहा हो। आज के दौर में शुक्र ग्रह की महत्ता को समझा जा सकता है। मन के तल पर कुछ बदलावों और उपायों से शुक्र ग्रह के नेगेटिव इफेक्ट्स को कम किया जा सकता है।

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